मत निभाओ।
छोड़ो इन्हें तोड़ो इन्हें
हो जाओ नजरों से दूर
हमेशा हमेशा के लिए
दर्द देंगी
चटक जाएगी
दिल की मेरुदंड
जब मिलेगा धोखा
होगा अहसास
दर्द का
टूटने का
तब तक हो जाएगी
बहुत देर
फिर न खड़े हो पाओगे
रह जाओगे असहाय
अपंग बनकर
इसलिए कहता हूँ
जो करो दिल से करो
एक ही तो दिल है
हर किसी पर मत मरो