कोरोना के डर से
बह्र- 1222/1222/1222/1222
मिलाना हाथ को छोड़ा, करें सब दूर से बातें।
ज़रूरी ना अगर हो तो नहीं करते मुलाक़ातें।
कि कोरोना से डर से तो कोई आता नहीं घर पर
लगा जमघट नहीं सकते, निकल सकती ना बारातें।
-----------
नीरज आहुजा