चाँद मक्कारी करता है
चाँद सितारों से मक्कारी करता है
कहता है यह दिल से यारी करता है
मरने पर मज़बूर किया है कितनो को
उस पर भी फिर यह हुशियारी करता है
हुस्न दिखाकर चैन पिटारा लूटेगा
कुछ दिन तक ही प्यार जुबां पर फूटेगा
फिर इक दिन जब धोखा देकर चल देगा
आसमान से कोई तारा टूटेगा
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नीरज आहुजा