गुरुवार, 10 सितंबर 2020

मुक्तक : तथाकथित मानवतावादी - so called humanitarian

 मुक्तक : तथाकथित मानवतावादी

Neeraj kavitavali

कहते जो आवाज़ उठाओ, चुप बैठे हैं आज सभी
तथाकथित मानवतावादी, झूठों के  सरताज सभी
पहले  से  निर्धारित  मसलों, पर मनमर्जी  से बोलें
नाम  बड़े  दर्शन  छोटे हों, ऐसे उनके  काज  सभी
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नीरज आहुजा