Pages
Home
Terms and conditions
Disclaimers
Privacy Policy
Contact us
गुरुवार, 10 सितंबर 2020
मुक्तक : तथाकथित मानवतावादी - so called humanitarian
मुक्तक : तथाकथित मानवतावादी
कहते जो आवाज़ उठाओ, चुप बैठे हैं आज सभी
तथाकथित मानवतावादी, झूठों के सरताज सभी
पहले से निर्धारित मसलों, पर मनमर्जी से बोलें
नाम बड़े दर्शन छोटे हों, ऐसे उनके काज सभी
-----------
नीरज आहुजा
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)