सर्दी का मौसम आते ही, दिल यह मेरा घबराता
तारे ओझल होते नभ से, चाँद नहीं है दिख पाता
लम्बी लम्बी रातों में इन, तन्हाई नागिन डसती
कैसे गुजरेंगी बिन तेरे, सोच सोच मरता जाता
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नीरज आहुजा