रविवार, 30 अगस्त 2020

मुक्तक : स्वीडन में दंगे - riots in sweden

मुक्तक : स्वीडन में दंगे

बह्र-1222/1222/1222/1222

Neeraj kavitavali

बुझाने को  हवस अपनी, सदा  कुहराम  करते  हैं। 
लगा तकबीर  के  नारे,  यह  कत्लेआम  करते   हैं। 
कभी स्वीडन कभी दिल्ली कभी कश्मीर पर हमला
हवाला दे किताबे-पाक  का,  सब  काम  करते  हैं। 
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नीरज आहुजा