मंगलवार, 28 जुलाई 2020

चा़ँद तारे रात भर chand tare raat bhar


Neerajkavitavali

चाँद तारे रात भर

चाँद  है  चमके, सितारे  टिमटिमाते  रात भर
जागते हैं किसलिए, महफ़िल सजाते रात भर
खिड़कियों  के  जब हटा परदे इन्हें हम देखते
हैं  जमीं  से दूर कितने पर   लुभाते  रात  भर