Pages
Home
Terms and conditions
Disclaimers
Privacy Policy
Contact us
रविवार, 19 जुलाई 2020
सब रूप ज़िन्दगी के - sab roop zindagi ke
हद से गुज़र गये हैं, ज़द पार हो गये हैं
सब रूप ज़िन्दगी के बेकार हो गये हैं
पढ़ कर जिसे भुलाना आसान है बड़ा ही
बीते हुए दिनों का अख़बार हो गये हैं
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)