लहरो से टकराना है, उनको चीर दिखाना है
तुफानों से लड़ना हमको, पार समंदर जाना है
राहों में आती बाधा, या अड़चन जितनी देखो
अनुगामी बन साहिल के, सबको दूर हटाना है
बाण चढ़ा प्रत्यंचा पर, पीछें को खींचा जाता
लक्ष्यों को निर्धारित कर, साहस से सींचा जाता
मंजिल मिलती तब हमको, चलें निरंतर जो पथ पर
एक आँख इक राह रहे, लगे सटीक निशाना है