गुरुवार, 9 जुलाई 2020

अभी और जीना है - Abhi aur jeena hai

अभी तो और जीना है अभी हथियार  क्या  डालें

"नहीं  कुछ  फायदा होगा" वहम बेकार  ना पालें

करे मेहनत अगर जी से मिलेगा कर्म का फल भी

नहीं  उम्मीद  को  छोड़ें, कदम पीछे  कभी  ना लें

बह्र - 1222-1222-1222-1222

नीरज कवितावली