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बुधवार, 30 सितंबर 2020
मुक्तक : तुम भूल गये - Tum bhool gaye
मुक्तक : तुम भूल गये
तुम भूल गए शायद तुमको, याद नहीं बीती बातें
जब जब भी दिन हारा हमने, जब जब भी खाई मातें
चाँद सितारों की चादर को ओढ़ दिया दिन को धोखा
कैसे हारी बाज़ी पलटी, साथ बिता जीती रातें
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नीरज आहुजा
1 टिप्पणी:
pankaj kumar
31 मई 2022 को 7:05 pm बजे
👌👌👌👌👌👌👌
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